Never lose your self respect !!

     
    "Self love, Self respect, Self worth. There is a reason they all start with “Self”, You cannot find them in anyone else."
दुनिया मैं  बहोत कम लोगो मैं  सेल्फ रिस्पेक्ट और उसको अनुभव करनेकी ताकद होती है। यैसा मैं इस लिए केह रही हूँ क्योँ के; हमने सेल्फ रिस्पेक्ट को बड़े गलत तरीके से समझा है, रिस्पेक्ट खुद की करेंगे तभी दूसरोकी  कर पायेंगे।


               मैंने ये कई बार लोगो से सुना है " work like a spine less you will succeed soon" क्या सच मैं हमेशा दुसरो के सामने झुके रहने से; हमजल्द कामयाब बन जायेंगे? खुदके विचारों की न सुने पर किसी और को फॉलो करे?  हमें स्वाभिमानी बन्ना है या अभिमानी ? ये भी हमें खुद तय करना होगा।  आखिर स्वाभिमान है क्या?  मुझे लगता है इंसान को अपने खुद के वजूद के लिए स्वाभिमानी होना बहोत जरूरी होता है।
हम में से कही सारे लोग है; जो ईगो और सेल्फ रिस्पेक्ट के बीच बनी छोटी सी दुरी को समझ नहीं पाते,और जब बात ईगो पर आ जाती है उसे ही सेल्फ रिस्पेक्ट समज़ने लगते है.
दुनिया में बहोत सारे लोग है जिन्होने अपने जीवन मैं हमेशा से विनम्रता और स्वाभिमान  को अपनी सिद्धान्तों का महत्वपूर्ण भाग बनाया है, और वही लोग आगे जाकर अपना लक्ष पूरा कर पाए,उन लोगो ने आगे जाकर अपनी क्षेत्र में एक अलग ही महारत हासिल की है ,जिन्हे दुनिया एक अलग ही अंदाज से देखती है. दुनिया मैं कोई भी काम करनेसे पहले जब हम सोचते है, की हमें ये करना चाहिए  या नहीं या ये काम करनेकी मेरी हैसियत है के नहीं तो सोचो।

       दुनिया मैं कोई भी काम शुरवाती दिनों मैं  छोटा या बड़ा नहीं होता, ये तो तब तय किया जायेगा जब हम उसे एक मुकाम तक लेके जाते है , अगर उस वक्त  भी हम उसे छोटा ही रख पाए तो उसके हिसाब से हमारी काबिलियत तय की जाएगी। और तय करने वाला इन्सान कोई और नहीं हम खुद होंगे। ये भी गौर करने वाली बात है।
पर कोई भी काम करते वक़्त अगर हम किसी की मदत सलाह की तौर पर ले , और उसे फॉलो कर अपने जीवन मैं कामयाबी हासिल कर ले; तो हमेशा अपनी कामयाबी और जीन लोगो ने आपकी मदत  की उनके प्रति हमारे मन मैं आदर भाव रखे पर हमारी कामयाबी पर अगर कोई हमेशा ये सुनाये के मैंने नहीं बताया होता के ये रास्ता सही है , तो आप कभी कामयाब ना हो पाते ; तो दोस्तों ये बड़ी ही दुःख की बात है के आप यैसे घमंडी इंसान की बात सुनते है, मेंटर का काम हमें सही रास्ता दिखाना होता है ,पर इसका मतलब ये नहीं के हम कामयाब हो जाने के  बाद उसीके गुन गाये यैसे उनकी अपेक्षा हो , अगर मेंटर आपको राह दिखाते है, और आप खुद चुनते है मुझे इस राह पर चलना है ,तो यकींन  मानिये उस दींन से वो राह वो रास्ता सिर्फ आपिका चूना हुवा होता है ; क्योँकि आपने उस राह पर आयी हर कठिनाईयोंका खुदसे सामना किया होगा ,कई  बार आप हारे भी होंगे पर आप अपने लक्ष पर डटे रहे ,आपने अपने लक्ष को ओझल नहीं होने दिया; पर फिर भी आप जमीन से जुड़े रहे ; इसी जमीन से जुड़े रेहनो को सेल्फ रीस्पेक्ट कहते है।
कोई कितना भी महान क्योँ न हो, सेल्फ सेंटर्ड हो, जों सिर्फ खुदकी वाहवाहीसे खुश होता हो आप भले ही उनका आदर करते हो पर अगर, वो आपको झुकने ने के लिए कहे तो आपको पता होना चाहिए आपको क्या करना है।  My father always teach me to keep little bit attitude in your pocket not to show ego,but for self respect.
बहोत बार लोग अपने औदे का गलत इस्तेमाल करते है, कई बार मैंने लोगो को अपनी जिंदगी के कई साल यैसे ही बर्बाद करते देखे है ,की हम किसी के पीछे लगे रहेंगे तो एक दीन हमें जो चाहिए उसमें हम कामयाब हो पाएंगे;पर इस्तेमाल होने वाले लोगो को भला कोई क्योँ ? आगे जाने दे? ये भी तो समझनें वाली बात है ,
जब भी हम किसी के लिए सच्चे दिल से काम करे पर किसी दींन हमें समझ मैं आ जाये के हमारा सिर्फ इस्तेमाल हुवा है ;तो बिलकुल उसी वक़्त उस काम को छोड़ दो; इस आस मैं कभी नहीं रहना के सामने वाला आपको समझ ले , क्योँ के आप अपने आप मैं खुदके लिए मूल्यवान है। दुनिया मैं काबिलियत को समज़ने वाले लोग बहोत कम है पर है जरूर।अगर आप दुसरो की सहायता बड़ी आसानी से कर सकते है तो सोचो;के वो इस्तमाल करने वाले खुद आपके बिना कुछ भी नहीं। ये मैं अपने खुद के अनुभव से बता रही हूँ , किसीने मुझे झुकाने की कोशिश मैं खुद इतनी बार झूट बना के उसे  खुद पता नहीं ओ सच है या झूट; पर एक दींन मैं सारी दुनिया को बताउंगी,उस इंसान के बारेमें के,कैसे वो मेरी स्वाभिमान  को तोड़ नहीं पाया तो किस तरहसे लोगो मैं मुझे  बदनाम कर दिया, और मेरे रास्तो मैं अड़चने  पैदा की ; ताके मैं टूट जाऊ और अपने सपने छोड़ दू। पर किसी को इतना ना झूकाना के उसके सपने उससे छीन जाये। पर अगर आप सच मैं सही है तो दुनिया क्या सोचती है फरक नहीं पड़ता। और समय के साथ अगर आप आपके लक्ष पर डटे रहे तो दुनिया भी उसे याद  करती है Your value is not determined by others. 

      Never lose your self respect जिंदगी हमेशा अच्छे - बुरे अनुभव तो देती रहेगी पर; ये हमें ही तय करना होगा के हमें अपनी मंजिल की और कैसे बढ़ना है ,जिस दीन आप अपनें लक्ष तक पहुँच जायेंगे उस दीन दुनिया आपके लिए तालिया बजाये, और आपकी जीत का श्रेय सिर्फ आपको मिले  इस तरह बड़े ही असाधारण तरीके से आपकी और आपके स्वाभिमान की जीत होगी।
wish you all the best my friends.

Blog by,
Padmaja S. Rajguru

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

Never judge a Book by its cover !!!