दुनिया कुछ भी कहे हमें सिद्धांतो पे डटे रहना है !!!
आने वाला कल उन्हीको याद रखता है जो हमेशा ईमानदारी और मेहनतसे आगे बढ़ते है ; भलेही देर लगे पर वो लोग अपने सिद्धांत कभी नहीं छोड़ते.
इस दुनिया मैं बहोत अलग ढंग रंग और स्वाभाव के लोग रहते है । बचपनसे हमें यही सिखाया जाता है के 'मेंहनत का फल अंत मैं मीठा होता है 'पर ये नहीं बताया जाता के ये अंत कब आता है ? कबतक मेंहनत करते रहना है ? और कब ओ दिन होगा जिस दिन हमें ओ फल मिलेगा ? दोस्तों मुझे पता है आपको भी ये कन्फूजन होगा ! है ना? पहले तो हमें ये जानना होगा के हम किस मेंहनत के बारेमें बात कर रहे है ,और किस मीठे फल की आशा कर रहे है ?
दोस्तों सिद्धांत मानवी बुद्धिमत्ता का एक अपूर्व भाग है ये हमें कभी नहीं भूलना चाहिए ,( Ethics is the doctrine of manners, or science of philosophy, which teaches men their duty and the springs and principles of human conduct )और सिद्धांत बनाना या उस राह पे चलना दुनिया का सबसे मुश्किल काम है; जो अपनी भावनावो को आपने सिधान्तो से जोड़ते है उनका विजय अटूट होता है ,ओ लोग हमेशा जीत के काबिल होते है वो कही भी जाये लोग हमेशा उनसे आकर्षित होते है ,उनके इर्द गिर्द हमेशा किसी ऑरा का प्रभाव दीखता है । बहोत लोगो ने ये मेहसूस भी किया होगा ,या बहोत लोगो के सामने यैसे लोगो का चेहरा भी आया होगा ।
(Good values are like a magnet – they attract good people )
यैसे लोगोंमें कमालकी प्रतिभाएं होती है और ये प्रतिभा बचपन से उनके अंदर किसी भी काम को लेकर डटे रेहनेसे से , हमेशा अपने एथिक्स पर मेंहनत से आती है , हार या जीत वो बड़ेही स्पोर्टिंगली लेते है ,पर सामने वाला कैसे जीता उसपर लगादार रिसर्च करते है ताके आगे जाके भविष्य मैं हारनेकी सभावनाएं कम हो जाए। उनके यहाँ मत्सर और इर्षा की कोई जगह नहीं होती , पर यैसे लोग सामने वाले को किसी भी प्रकार की मदत बड़ी ही ईमानदारी से करते है और हमेशा उन लोगो के दिल मैं अपनी जगह जिंदगी भर के लिए बना लेते है । यैसे लोगो की आंखे ही उनके सच्चाई का प्रतिक होती है ओ हमेशा कोई भी बात आंखोमें देख बेझिजक करते है और खुले मन से हस्ते है ।
पर यैसे लोगो को हमेशा बहोत ही बुरे अनुभव से गुजरना भी पड़ता है , क्योँकि दुनिया मैं अच्छे और बुरे भी लोग रहते है , सिद्धांतो से भरे लोगोको भलेही अच्छे लोग बुरा बन उनका फायदा ले , उनके बारे मैं बहोत बुरा लोगो को बताये , या उनकी किसी भी प्रकार से जीने की उम्मीदे भी छिन ले पर उन्हें हराना इतना आसान नहीं एक बार अगर ओ समझले की आप है कौन ? आपका उदेश्यः क्या है? तो समझ लीजिये डरना किसे चाहिए क्योँकि आप उनको झूट से हराने चले थे , लोगो मैं बदनाम करने चले थे; जो पहले से ही अपने आप मैं सच है । और झूट का जीवन ज्यादा दिन टिक नहीं पाता जब लोगो के सामने सच्चाई आती है तो झूटो का अस्तित्व अपने आप ख़तम हो जाता है और यैसे लोग हमेशा हमेशा के लिए अपना भरवसा लोगो के आपके दिल से खो देते है ; इसी तरह आंत मैं आपकी जीत शानदार होती है आप और लोगो के आदर्श बन जाते है लोग आपके साथ काम करनेको बेकरार रहते है ,और इसतरहसे अंत भी अच्छा मतलब मीठा होता है ।
इसका मतलब हमें यैसे सिद्धांत बनाने चाहिए जिनका सिर्फ अपने सपनो से, अपने रूदबे से मतलब हो ,जिसमें किसी और का सपना या मेंहनत छीनके आगे जाने की काबिलियत ना हो , किसी और के रास्तें मैं काटे बोने की फितरत ना हो , किसी प्रकार से सामने वाले को हराने की इर्षा ना हो ।
अगर हर कोई प्रमाणिकता से अपनी काबिलियत पर सिद्धांत बनाये तो देखना दुनिया एक दिन एक अलग उचाईयो को छुएगी। इसलिए दुनिया कुछ भी कहे हमें सिद्धांतो पे डटे रहना है !!!
(Great people have great values and Great ethics )
Blog By,
Padmaja S. Rajguru
Well say padmaja
ReplyDeleteYou make very inspired, insightful observations here😊
ReplyDeletethank u so much for appreciation.
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